पुष्कर सिंह धामी ने बनाया रिकॉर्ड उत्तराखंड के सबसे लंबे समय तक भाजपा के सीएम रहने वाले व्यक्ति बने

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य के 25 साल के अस्तित्व में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले भाजपा मुख्यमंत्री के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली।तीन बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को राज्य का नेतृत्व सौंप बीजेपी ने उत्तराखंड में एक स्थिर सरकार देने काम किया गया।

 

धामी की इस उपलब्धि का श्रेय उनके नेतृत्व में लिए गए दर्जनों जन-कल्याणकारी निर्णयों को दिया, जिनमें कठोर नकल विरोधी कानून, भूमि कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून और समान नागरिक संहिता शामिल हैं।

यह उपलब्धि उन्हें राज्य के गठन के बाद से दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित करती है, यह रिकॉर्ड अभी भी दिवंगत कांग्रेस के दिग्गज पंडित नारायण दत्त तिवारी के नाम है, जिन्होंने पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था धामी का उल्लेखनीय कार्यकाल उनके सभी पूर्ववर्तियों भाजपा नेताओं, भुवन चंद खंडूरी (जिन्होंने दो बार सेवा दी), रमेश पोखरियाल निशंक और सबसे उल्लेखनीय त्रिवेंद्र सिंह रावत (टीएसआर) से आगे है।

सीएम धामी के नाम बना रिकॉर्ड

वो 5 बड़ी बातें जिसने सीएम धामी को सबसे लंबे समय तक उत्तराखंड की बागडोर संभालने में मदद की

उत्तराखंड के 25 सालों के इतिहास में सीएम पुष्कर सिंह धामी बीजेपी के ऐसे नेता हैं जो सबसे ज्यादा दिनों से सीएम पद पर बने हैं
राज्य में पहली बार सुशासन, विकास और संस्कृति तीनों की मजबूती देखने को मिल रहा है।

आइए जानते हैं…आखिर वो पांच कौन सी ताकत है जिसने धामी को उत्तराखंड की सरकार चलाने में उनकी मदद कर रहा है

पिछले चार सालों में सीएम धामी का विजन और जीरो टॉलरेंस की नीतियों ने उत्तराखंड के चौतरफ विकास में बूस्टर का काम किया है
आज यही टॉनिक की वजह से उत्तराखंड एक बार फिर से दौड़ पड़ा है. नीरसता खत्म हो चुकी है. माहौल में उत्सुकता और उम्मीद मजूबत हो गई है

सीएम धामी का सबसे पहला विजन था राज्य को आर्थिक रूप से मजबूत करना और इसे सीएम धामी के ग्लोबल दौरे ने संभव कर दिखाया। 

पहला चैलेंज

कमजोर अर्थव्यवस्था को सुधारना
सीएम ने देश विदेश के उधोगपतियों को राजी करने में कामयाब हुए और बड़ी संख्यां में उधोगपतियों ने राज्य में निवेश का भरोसा दिया. और आज वो दिखने लगा है.फिल्म से लेकर होटल व्यवसाय में उधमी निवेश कर रहे हैं. नए उधोग लगे रहे हैं.टूरिज्म में निवेश हो रहा है.

दूसरा चैलेंज –

राज्य को सामाजिक मजबूती देना
सीएम धामी ने राज्य को सामाजिक मजबूती देने के लिए UCC लेकर आए. राज्य में सबके लिए एक कानून इसे साथ ही उत्तराखंड इस कानून को लागू करने वाला पहला राज्य बन गया. पिछले चार सालों में सीएम धामी राज्य में लव जिहाद , धर्मपरिवर्तन जैसे समाज को तोड़ने वाले इशू पर सख्त दिखे और नतीजा सबके सामने है।

तीसरा चैलेंज

युवाओं के लिए रोजगार
सीएम की सबसे बड़ी चिंता थी राज्य से पलायन को रोकना और आज इस पर सीएम धामी कुछ हदतक सफल होते नजर रहे हैं. इसके लिए सीएम राज्य में स्वरोजगार की योजना के तहत युवाओं को अपना बिजिनस खड़ा करने में मदद किया.सख्त नकल कानून को लागू कर परीक्षाएं करवाइ.विभागों में खाली पड़े पदों के लिए वैकेंसी निकाल भरना शुरू किया..लघु उधोग के अवसर पैदा किए और फर्क दिखने लगा आज 4 सालों में 25 हजार से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी मिली. होम स्टे से लेकर सरकार द्वारा सब्सिडी के तहत शुरू स्वरोजगार योजना के जरिए प्रदेश के युवा स्वाबलंबी बन रहे हैंउधमी बन रहे हैं.

व्यवसायिक खेती के अवसर पैदा किए गए युवा सरकार द्वारा दी जा रही सब्सीडी के जरिए व्यवसायिक खेती से जुड़ रहे हैं..सेब से लेकर अन्य फलों की बागवानी कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहै हैं

चौथा चैलेंज

राज्य कि महिलाओं को स्वाबलंबी और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना
इस चैलेंज को पूरा करने के लिए सीएम धामी इस सोच से आगे बढ़े. मातृशक्ति उत्तराखंड के समाज की रीढ़ हैं और रीढ़ अगर मजबूत नहीं होगा तो सीधा खड़ा रहना मुश्किल होगा। इसलिए सीएम ने महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान देते हुए नई महिला नीति बनाकर राज्य की मां बहनो को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने में जुट गए.
और आज राज्य कि महिलाएं..सरकारी नौकरियों और सहकारी समितियों में आरक्षण के जरिए रोजगार पा रही हैं

महिला सारथी योजना से स्वरोजगार के अवसर बढे, महिलाएं आटो रिक्शा और टू-व्हीलर चलाकर आर्थिक रुप से मजबूत हो रही है. इसके अलावे लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना, एकल महिला स्वरोजगार योजना, ड्रोन दीदी योजना के जरिए भी महिलाओं के लिए स्वरोजगार मिल रहा है और वो स्वाबलंबी बन रही हैं।

पांचवा चैलेंज

अगले पांच सालों में राज्य को एक ऐसे मुकाम पर पहुंचाना जहां से उत्तराखंड को पीछे मुड़कर ना देखना पड़े
पिछले चार सालों के व्यवस्थित चारधाम यात्रा ने ये साबित कर दिया कि सरकार चौकन्ना है. इस अब सिर्फ श्रधालु नहीं टूरिस्ट भी आ रहे हैं. सरकार कई नई योजनाओं पर अच्छे और बड़े विजन के साथ काम कर रही है जो कि निश्चित तौर पर सीएम धामी की राज्य के प्रति सोच को मजबूत करता है

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